यह विधेयक वक्फ बोर्ड व्यवस्था के नाम पर हो रहे उत्पीड़न का समाधान
विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर कहा, “यह विधेयक जो पेश किया जा रहा है, वह बहुत सोची-समझी राजनीति के तहत है…अध्यक्ष महोदय, मैंने लॉबी में सुना कि आपके कुछ अधिकार भी छीने जा रहे हैं और हमें आपके लिए लड़ना होगा…मैं इस विधेयक का विरोध करता हूं।”
अखिलेश यादव के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “अखिलेश जी, क्या आप इतने अस्पष्ट तरीके से बात नहीं कर सकते…आप अध्यक्ष के अधिकारों के संरक्षक नहीं हैं।” सपा सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, “लोकसभा अध्यक्ष के कुछ अधिकार भी छीने जा रहे हैं, हमें इसके लिए लड़ना होगा”, जिस पर गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया, “लोकसभा अध्यक्ष के अधिकार केवल उनके और विपक्ष के लिए नहीं हैं, यह पूरी लोकसभा के लिए हैं”
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन करने और मुस्लिम वक्फ अधिनियम 1923 को निरस्त करने के लिए विधेयक पेश किए जाने पर कांग्रेस ने लोकसभा की कार्यवाही बाधित की।
वक्फ संशोधन विधेयक पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “यह समय की मांग है यह विधेयक वक्फ बोर्ड व्यवस्था के नाम पर हो रहे उत्पीड़न का समाधान प्रदान करने के लिए है। यह विधेयक संविधान के दायरे में लाया गया है। यह विधेयक लाया जा रहा है और यह विकास के मार्ग को मजबूत करेगा… इस पर उचित चर्चा होनी चाहिए लेकिन आप इसे रोक नहीं सकते”।