21/01/2022
यहां जानिए क्यों है माता लक्ष्मी के आठ रूपों की महिमा, कैसे करें उनकी पूजा?

अनमोल कुमार “अश्वदायि गोदायी धनदायि महाधने । धनं मे जुषतां देवि सर्वकामांश्च देहि मे ।। पुत्रपौत्र धनं धान्यं हस्त्यश्र्वाश्र्वतरी रथम् । प्रजानां भवसि माता आयुष्मन्तं करोतु मे ।।” धन, ऐश्वर्य, वैभव, संपदा की देवी लक्ष्मी (Devi Laxmi) से केवल धन की नहीं घोड़े, गाय, सर्वकामना पुत्र पौत्र धन धान्य रथ सब के लिए कामना की