08/08/2022
यहां द्रोणाचार्य द्वारा स्थापित इस शिवलिंग की पूजा करने अश्वस्थमा आज भी आते हैं
अरण्य वन का उल्लेख द्वापर युग के महाभारत काल में मिलता है, जहां पांडवों और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य रहते थे। यहां एक शिवलिंग की स्थापना गुरु द्रोणाचार्य ने की थी। यहीं पर द्रोणाचार्य अपने अमर पुत्र अश्वत्थामा के गुप्त हथियारों का ज्ञान देते थे। यह स्थान उत्तर प्रदेश के कानपुर, बांका छतरपुर, शिवराजपुर के