नवदुर्गा के नौ औषधीय स्वरूपों को सबसे पहले मार्कण्डेय चिकित्सा पद्धति के रूप में दर्शाया गया और चिकित्सा पद्धति के इस रहस्य को ब्रह्माजी ने उपदेश में दुर्गा कवच कहा है। मां दुर्गा नौ रूपों में अपने भक्तों का कल्याण करती हैं और उनके सभी कष्ट हर लेती हैं। इसका जीता जागता प्रमाण दुनिया में