एक ग्राम जहर बेचने पर 73 लाख रुपये मिलते हैं, ज़हर बेचकर वह लाखों रुपये कमाता है
नई दिल्ली: मोहम्मद हम्दी बोष्टा, 27 वर्षीय युवक, 80,000 से अधिक सांपों और बिच्छुओं के साथ रहता है। ये जहरीले बिच्छू और सांप उसके लिए सौभाग्य लेकर आए हैं। जहर बेचकर वह लाखों रुपये कमाता है। इस अजीब शौक ने उन्हें कविता का समृद्ध और सफल व्यवसाय बना दिया। एक ग्राम जहर के बदले उन्हें लगभग 73 लाख रुपये ($ 10,000) मिलते हैं।
जहर का क्या उपयोग है
मिस्र के रेगिस्तानी और तटीय इलाकों से बिच्छू पकड़ने के शौक के कारण मोहम्मद हमदी ने कुछ साल पहले पुरातत्व में एक डिग्री से बाहर कर दिया था। वे इन बिच्छुओं को जहर देते हैं, जिनका इस्तेमाल दवाई बनाने के लिए किया जाता है।
बड़ी कंपनी का मालिक
महज 25 साल की उम्र में मोहम्मद हमदी काहिरा वेनम कंपनी के मालिक बन गए हैं। यह एक ऐसी परियोजना है जिसमें विभिन्न प्रजातियों के 80,000 हजार से अधिक बिच्छू और सांप रखे जाते हैं। इन सांपों और बिच्छुओं को जहर देकर दवा कंपनियों को बेच दिया जाता है।
जहर कैसे निकाला जाता है?
यूवी लाइट (पराबैंगनी प्रकाश) की मदद से पकड़े गए बिच्छू के जहर को हटाने के लिए एक छोटा सा बिजली का झटका दिया जाता है। जैसे ही एक बिजली का झटका होता है, बिच्छू का जहर बाहर निकलता है और संग्रहीत होता है।
जहर का कितना ग्राम उपयोग किया जाता है
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार बिच्छू के जहर के एक ग्राम से लगभग 20,000 से 50,000 एंटीवेनम (एंटीकॉन्वेलसेंट) खुराक बनाई जा सकती है। एंटीवेनम दवाओं को तैयार करते समय बिच्छू के जहर की मात्रा का बहुत ध्यान रखा जाता है।
जहर की आपूर्ति कहां है
मोहम्मद हम्दी बोश्ता यूरोप और अमेरिका में जहर के इन बिच्छुओं की आपूर्ति करते हैं, जहां उनका उपयोग एंटीवेनम खुराक और उच्च रक्तचाप जैसी सभी बीमारियों के लिए दवाइयां बनाने के लिए किया जाता है। एक ग्राम बिच्छू के जहर को बेचने पर उन्हें 10 हजार अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 73 लाख रुपये मिलते हैं।
एंटीवेनम दवाएं महंगी क्यों हैं
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में हर साल लगभग 80,000 लोग जहरीले सांप या बिच्छू काटते हैं। इन जहरीले जीवों के काटने पर मानव को तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है। लेकिन दुर्भाग्य से एंटीवेनम दवा बाजार बहुत छोटा है। शायद इसीलिए इन दवाओं के दाम बहुत अधिक हैं।
जहरीले डंक से कैसे होती है मौत
जहरीले जीवों का जहर तेजी से मानव शरीर में मौजूद ऊतक को नुकसान पहुंचाता है। यह रक्तस्राव या श्वसन गिरफ्तारी के जोखिम को बढ़ाता है। ये जहर इतने दर्दनाक और घातक हो सकते हैं कि एक व्यक्ति को एक पल में मर सकते हैं।
पूरी दुनिया में एंटी-वेनम मार्केट बहुत कम है। इस वजह से ये दवाएं बहुत महंगी हैं। ऐसे में बोष्टा जैसे लोग किसी मसीहा से कम नहीं हैं। पश्चिमी मीडिया ने बोष्ट को ‘स्कॉर्पियन किंग’ कहा।