पौष माह के कृष्ण पक्ष में मकर संक्रांति का सर्वाधिक महत्व है
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, एक वर्ष में 12 संक्रांति होती हैं और मकर संक्रांति का सबसे अधिक महत्व है। यह पौष माह के कृष्ण पक्ष के दौरान मनाया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं और पुनः गति प्राप्त करते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि इस दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर और उनके मंत्रों का जाप करके उनकी पूजा करें।
वैसे तो यह त्योहार हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन इस बार यह एक दिन बाद यानी 15 जनवरी को मनाया जाएगा. यह ग्रहों की दिशा का परिणाम है क्योंकि दोपहर 2 बजे सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेगा। 15 जनवरी सुबह 54 बजे. इसलिए इस वर्ष हम सूर्योदय तिथि के अनुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाएंगे।
मकर संक्रांति 2024: शुभ मुहूर्त
आपके आस-पास नकारात्मक ऊर्जा के संकेत
मकर संक्रांति 2024 का शुभ समय सुबह 7:15 बजे शुरू होगा और शाम 6:21 बजे समाप्त होगा।
महा पुण्यकाल दोपहर 12:15 बजे शुरू होगा और रात 9:06 बजे समाप्त होगा जो पूजा (सूर्य को अर्घ्य कैसे दें) के लिए सुझाई गई समय अवधि भी है।
जानकारों के मुताबिक स्नान और दान (Shubh Muhurat For चैरिटी) का समय सुबह 5:07 बजे से 8:12 बजे तक है.
मकर संक्रांति 2024 महत्व
ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांति पर जैसे ही सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, इससे सौभाग्य का मार्ग प्रशस्त होता है। हमारे विशेषज्ञ के अनुसार, यदि आप इस दिन दान या दान करते हैं, तो यह बेहद शुभ माना जाता है और आपको अपार सफलता का आशीर्वाद देता है।