यहां जानिए क्यों माना जाता है प्रेम जीवन का प्रतीक- ‘करवा चौथ’, जानिए पूजा की थाली में क्या शामिल करें 9 चीजें

Karwa Chauth 2022: Here’s Why is it considered a symbol of love life – ‘Karva Chauth’

व्रतेन दीक्षामाप्नोति दीक्षयाऽऽप्नोति दक्षिणाम् ।
दक्षिणा श्रद्धामाप्नोति श्रद्धया सत्यमाप्यते ।।

अर्थ : व्रत धारण करने से मनुष्य दीक्षित होता है। दीक्षा से उसे दक्षता, निपुणता प्राप्त होता है। दक्षता की प्राप्ति से श्रद्धा का भाव जागृत होता है और श्रद्धा से ही सत्य स्वरूप ब्रह्म की प्राप्ति होती है।

भारतीय संस्कृति का लक्ष्य
भारतीय संस्कृति का यह लक्ष्य है कि, जीवन का प्रत्येक क्षण व्रत, पर्व और उत्सवों के आनंद एवं उल्लास से परिपूर्ण हो। इन में हमारी संस्कृति की विचारधारा के बीज छिपे हुए हैं। यदि भारतीय नारी के समूचे व्यक्तित्व को केवल दो शब्दों में मापना हो तो ये शब्द होंगे- तप एवं करुणा। हम उन महान ऋषि-मुनियों के श्रीचरणों में कृतज्ञता पूर्वक नमन करते है कि, उन्होंने हमें व्रत, पर्व तथा उत्सव का महत्त्व बताकर मोक्ष मार्ग की सुलभता दिखाई। हिन्दू नारियों के लिए ‘करवा चौथ’का व्रत अखंड सुहाग को देने वाला माना जाता है। इस वर्ष करवा चौथ 24 अक्टूबर को है।

पति की दीर्घायु एवं उत्तम स्वास्थ्य की मंगलकामना के लिए होता है ये व्रत
विवाहित स्त्रियां इस दिन अपने पति की दीर्घायु एवं उत्तम स्वास्थ्य की मंगलकामना करके भगवान चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित कर व्रत का समापन करती हैं। स्त्रियों में इस दिन के प्रति इतना अधिक श्रद्धा भाव होता है कि वे कई दिन पूर्व से ही इस व्रत की तैयारी प्रारंभ करती हैं। यह व्रत कार्तिक कृष्ण की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को किया जाता है, यदि वह दो दिन चंद्रोदय व्यापिनी हो अथवा दोनों ही दिन न हो तो पूर्वविद्धा लेनी चाहिए। करक चतुर्थी को ही ‘करवाचौथ’ भी कहा जाता है।

हिंदू संस्कृति के पवित्र बंधन का प्रतीक
वास्तव में करवा चौथ का व्रत हिंदू संस्कृति के उस पवित्र बंधन का प्रतीक है, जो पति-पत्नी के बीच होता है । हिंदू संस्कृति में पति को परमेश्वर की संज्ञा दी गई है ।करवा चौथ पति एवं पत्नी दोनों के लिए नव प्रणय निवेदन तथा एक-दूसरे के लिए अपार प्रेम, त्याग, एवं उत्सर्ग की चेतना लेकर आता है । इस दिन स्त्रियां पूर्ण सुहागिन का रूप धारण कर, वस्त्राभूषणों को पहनकर भगवान रजनी नाथ से अपने अखंड सुहाग की प्रार्थना करती हैं । स्त्रियां सुहाग चिन्हों से युक्त शृंगार करके ईश्वर के समक्ष दिनभर के व्रत के उपरांत यह प्रण लेती हैं कि, वे मन, वचन एवं कर्म से पति के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना रखेंगी ।

शिव-पार्वती एवं कार्तिकेय की भी होती है इस दिन पूजा
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चौथ को केवल रजनीनाथ की पूजा नहीं होती; अपितु शिव-पार्वती एवं स्वामी कार्तिकेय की भी पूजा होती है। शिव-पार्वती की पूजा का विधान इस हेतु किया जाता है कि जिस प्रकार शैलपुत्री पार्वती ने घोर तपस्या करके भगवान शिव को प्राप्त कर अखंड सौभाग्य प्राप्त किया, वैसा ही उन्हें भी मिले। वैसे भी गौरी- पूजन का कुवारी और विवाहित स्त्रियों के लिए विशेष महात्म्य है।

करवा चौथ (करवा चौथ) का पर्व मनाने की शुरुआत हो रही है। करवा चौथों में विस्फोट शुरू हो गया है। इस दिन संकष्टी चतुष्कोण के साथ बैठने वाला व्यक्ति गणेश के लिए जाने वाला भोज का कार्यक्रम है।

करवाथ इस साल 13 October । शुभ दिन पर, विवाहित जीवन की आयु और स्वस्थ रहने के लिए वे पूरे दिन रहेंगे। करवाचौथ के काम में काम करना, पटल पर पटल पर लगाना आदि शामिल हैं। करवा चौथ के लिए पटल पर बेहतर प्रदर्शन करें। नीचे पढ़ें कुछ जरूरी चीजें जो आपको शुभ त्योहार पर अपनी पूजा थाली में शामिल करनी चाहिए।

करवा
‘करवा’ शब्द एक मिट्टी के को लाभदायक है। यदि करवा चौथ की पटल में दो करवाएं महत्वपूर्ण हैं।

दीपक या दीया
अपनी पूजा पटल में दीपक या दीया शामिल करें। करवा चौथ पूजा के लिए आप या टीवी में परमाणु या दीपक का दीपक शामिल कर सकते हैं।

एकनी
करवा चौथ की पटल पर प्रचार प्रसार या प्रसार करें. पूरे दिन उत्सव के दौरान उत्सव मनाया जाता है। इस वजह से अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए मिशन को पूरा करने और चमत्कारी क्षमता प्राप्त करने के लिए, करवाथ की मिसाइलों का एक शानदार प्रदर्शन होगा।

लोटा
पानी के गुणों के लिए उपयुक्त है। इसके साथ ही चाँदी पर डायव्यूलेशन के बाद डायवर्ट के लिए अलग-अलग एक जीवन में बदलते रहते हैं।

सिंदूर
सिंदूर को करवा चौथ के हर महिला को सिंदूर लगाने और पटल में रखना चाहिए। सिंदूर या कुमकुम एक महिला के जोड़े की जोड़ी का चिन्ह और चौथ का एक चिन्ह है।

मिठाई
रात में शादी करने के लिए. इन मित्ता को खाकर आप व्रत खोल सकते हैं। मिठाइयां पर क्लिक करें।

रास
संस्थान के नियम- संस्थान में हर खोज का विकल्प है। शादी के पटल में ये 10-12 बजे होते हैं।

कथा पुस्तक
पूजा के करवा चौथ की बातें सुनाई दीं। यह एक बार सुधार करता है। करवा चौथ की किताब को व्यवस्थित करें।

फली
️ 24 घंटे के अंदर पानी भरने और पानी भरने के लिए आवश्यक हो जाएगा, जब आप स्वस्थ होने के लिए तैयार हों।

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