सभी देवता भी अपने कार्यों की बिना किसी विघ्न से पूरा करने के लिए गणेश जी (Ganesh ji) की अर्चना सबसे पहले करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि देवगणों ने स्वयं उनकी अग्रपूजा का विधान बनाया है। शास्त्रों में एक बार जिक्र आता है कि भगवान शंकर (Bhagwan Shankar) त्रिपुरासुर का वध करने में जब